महाकुम्भ 2025

महाकुम्भ 2025

आस्था, विश्वास, सौहार्द एवं संस्कृतियों के मिलन का पर्व है “कुम्भ”। ज्ञान, चेतना और उसका परस्पर मंथन कुम्भ मेले का वो आयाम है जो आदि काल से ही हिन्दू धर्मावलम्बियों की जागृत चेतना को बिना किसी आमन्त्रण के खींच कर ले आता है। कुम्भ पर्व किसी इतिहास निर्माण के दृष्टिकोण से नहीं शुरू हुआ था अपितु इसका इतिहास समय के प्रवाह से साथ स्वयं ही बनता चला गया। वैसे भी धार्मिक परम्पराएं हमेशा आस्था एवं…

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मेला प्रशासन द्वारा अमृत स्नना को सुचारू रुप से सम्पन्न कराने हेतु किये गये व्यापक इंतजाम

मेला प्रशासन द्वारा अमृत स्नना को सुचारू रुप से सम्पन्न कराने हेतु किये गये व्यापक इंतजाम

मेला प्रशासन द्वारा अमृत स्नना को सुचारू रुप से सम्पन्न कराने हेतु किये गये व्यापक इंतजाम महाकुम्भ मेला में भारत की सांस्कृतिक धरोहर की दिख रही है अदभुत झलक, विदेशी श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर अनुभव किया भारतीय आस्था का अद्भुत संगम विश्व के सबसे बड़े धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन महाकुम्भ 2025 में मौनी अमावस्या  के शुभ अवसर पर आज महाकुम्भ का दूसरा अमृत स्नान पर्व संपन्न हो गया। अविरल और निर्मल त्रिवेणी संगम में…

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76वें स्वतंत्रता दिवस पर फहराया तिरंगा

76वें स्वतंत्रता दिवस पर फहराया तिरंगा

15 अगस्त 1947 को हमारा देश अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त हुआ था। और हम आजाद हो गए थे। इसीलिए 15 अगस्त हम हर साल आजादी का पर्व मानते हैं। इस बार हमारी हमारी आजादी के 75 साल पूरे हो गए और हम ७६वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। इस लिए यह बहुत खास है। इस बार स्वतंत्रता दिवस को बड़ी धूम धाम के साथ मनाया जा रहा है। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने…

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विचार ही चरित्र निर्माण करते हैं

विचार ही चरित्र निर्माण करते हैं

 जब तुम्हारा मन टूटने लगे, तब भी यह आशा रखो कि प्रकाश की कोई किरण कहीं न कहीं से उदय होगी और तुम डूबने न पाओगे, पार लगोगे। चरित्र मानव- जीवन की सर्वश्रेष्ठ सम्पदा है। यही वह धुरी है, जिस पर मनुष्य का जीवन सुख- शान्ति और मान- सम्मान की अनुकूल दिशा अथवा दुःख- दारिद्र्य तथा अशांति, असन्तोष की प्रतिकूल दिशा में गतिमान होता है। जिसने अपने चरित्र का निर्माण आदर्श रूप में कर लिया उसने…

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