कोरोना के बीते 24 घंटे में 1334 केस आए 27 की हुई मौत
देश में कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि पिछले 24 घंटों में 1334 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। जबकि बीते 24 घंटों में 27 लोगों की मौत हुई है।कोरोना के बीते 24 घंटे में 1334 केस आए 27 की हुई मौत . स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि अब कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 15712 हो गई जबकि 507 लोगों की मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि 2231 लोग अबतक ठीक हो चुके है जिन्हे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का फ़ायद देश में हो रहा है। इसकी वजह से ही 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 54 जिलों में पिछले 14 दिनों में कोरोना वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है। इसके अलावां पिछले 28 दिनों में पुडुचेरी के माहे और कर्नाटक के कोडागु में 28 दिन से कोई नया मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि देश में अबतक 14.19 फीसदी लोग ठीक हुए हैं।
लव अग्रवाल ने कहा कि सभी के लिए मास्क लगाना जरूरी है। कोरोना के बीते 24 घंटे में 1334 केस आए 27 की हुई मौत देश में 755 डेडिकेटेड अस्पताल और 1389 डेडिकेटेड हेल्थ केयर सेंटर्स बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर 2144 कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रों में कल से छूट मिलेगी। उन्होंने कहा कि जैसा कि प्रधानमंत्री ने भी कहा है- जान भी, जहान भी। हम काम भी करें और लोगों को भी बचाएं, लोगों को कम से कम तकलीफ हो। इसी को ध्यान में रखते हुए काम कर रहे हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईसीएमआर के प्रवक्ता रमन आर गंगा-खेडकर ने कहा कि अब तक 3,86,791 परीक्षण किए गए हैं। कल 37,173 परीक्षण किए गए थे, इनमें से 29,287 परीक्षण आईसीएमआर नेटवर्क की प्रयोगशालाओं में किए गए थे। वहीं 7,886 निजी क्षेत्र की प्रयोगशालाओं में परीक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि आईसीएमआर के नेटवर्क में 194 लैब हैं जहां टेस्ट हो रहे हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में गृह मंत्रालय की प्रवक्ता ने बताया कि लॉकडाउन में ई कंपनियां गैर जरुरी सामान नहीं बेंच सकेंगी क्योंकी लॉकडाउन में ई कंपनियों द्वारा गैर-जरूरी वस्तुओं की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। हालांकि ई-कॉमर्स कंपनियों को हालांकि, खाद्य उत्पाद, दवाइयां और चिकित्सा उपकरण जैसे आवश्यक सामानों को बेचने की अनुमति होगी। इसके अलावां उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने राज्यों के साथ बैठक कर महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा कर हालात का जायजा लिया।
गृह मंत्रालय ने कहा कि परिस्थियों का आंकलन कर लॉकडाउन के दौरान छूट दी जाए। प्रवासी मजदूरों को अपने घरों तक जाने के दौरान अधिकारी उनमें सोशल डिस्टेंशिंग का पालन कराएं। ग्रामीण इलाकों में भी कई तरह की छूट दी गई हैं, अधिकारियों को उचित व्यवस्था करनी चाहिए। राहत कैंपों में रह रहे मजदूरों के भोजन की गुणवत्ता का ध्यान रखा जाना चाहिए।
[…] Source link […]