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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब 87 लाख पेंशन धारकों के खातों में तीन माह की पेंशन 1311 करोड़ रुपये भेजे
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज करीब 87 लाख पेंशन धारकों के खातों में तीन माह की पेंशन 1311 करोड़ रुपये सीधे उनके खाते में ऑनलइन ट्रांसफर की। कोरोना महामारी के बीच तीन महीने साथ पेंशन पाकर लोग खुश हैं।
इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि आज एक साथ 86,95,027 वृद्धावस्था पेंशन, निराश्रित महिला पेंशन, दिव्यांगजन पेंशन, कुष्ठावस्था पेंशन से जुड़े लाभार्थियों को हम तीन माह की पेंशन सुविधा का लाभ प्रदान कर रहे हैं। जुलाई, अगस्त, सितम्बर माह की पेंशन एक साथ इन सभी लाभार्थियों के खाते में जा रही है। तकनीक इतनी सशक्त होती है कि एक बटन दबाते ही सभी लाभार्थियों के खाते में पेंशन पहुंच जाएगी। आज प्रत्येक लाभार्थी के खाते में सीधे पैसे पहुंच रहे हैं और बड़ी संख्या में लाभार्थी शासन की योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुष्ठावस्था पेंशन के अंतर्गत प्रत्येक लाभार्थी को हम ₹2,500 प्रतिमाह उपलब्ध करवाते हैं। शेष अन्य पेंशन धारकों को हर माह ₹500 उपलब्ध करवाने का कार्य किया जा रहा है। यह राशि इन सभी लाभार्थियों को उनके सामान्य भरण-पोषण के लिए दी जाती है। यह केंद्र व राज्य सरकार की योजना का एक भाग और शासन की लोक कल्याणकारी योजनाओं का भी एक हिस्सा है। हमने नर सेवा को नारायण सेवा के साथ भी जोड़कर देखा है। यह एक महत्वपूर्ण कार्य है कि अगर कोई निराश्रित या दिव्यांग है, तो हम सहानुभूति रखकर शासन की योजनाओं के माध्यम से उनके जीवन में खुशहाली लाने में योगदान दे सकते हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि शासन से जुड़ी योजना का लाभ प्रत्येक नागरिक तक पहुंचे। खासतौर पर वृद्धजन, निराश्रित महिलाएं, दिव्यांगजन या अन्य व्यक्ति जो इसी प्रकार से किसी अन्य कैटेगरी में आते हैं। हम किसी प्रकार से यह न मानें कि पेंशन लाभार्थी के साथ कोई खड़ा नहीं है। समाज और सरकार को उनके साथ खड़ा होना होगा तथा प्रशासन को उनकी मदद के लिए सदैव तत्पर रहना होगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें यह देखना होगा कि कौन से ऐसे लाभार्थी हैं, जिनके पास राशन कार्ड की सुविधा नहीं है। अप्रैल माह से हर महीने में दो बार प्रत्येक नागरिक को सरकार द्वारा लगातार राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। यह कार्य निरंतर चल रहा है, जिससे कोरोना काल में किसी भी व्यक्ति के सामने भोजन का संकट न आए। जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उनके लिए तत्काल राशन कार्ड बनाकर राशन उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए गए हैं। कोई व्यक्ति बीमार होता है, तो उसके पास आयुष्मान भारत का कार्ड या मुख्यमंत्री जन आरोग्य कार्ड पहले से उपलब्ध है। अगर कार्ड नहीं बना है, तो उपचार हेतु तत्काल ₹1,000 की राशि ग्राम प्रधान निधि या नगर निकाय निधि से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दुर्भाग्य से किसी निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है और अंतिम संस्कार की व्यवस्था नहीं है, तो जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह प्रधान निधि, नगर निकाय या मुख्यमंत्री राहत कोष से ₹5,000 की व्यवस्था करते हुए अंतिम संस्कार सम्पन्न करवाएं। कोई भी व्यक्ति निराश्रित न रहे और कहीं भी शासन की इस योजना से वंचित न रहे, हमें इसका ध्यान हर स्तर पर रखना होगा। हमारा प्रयास होना चाहिए कि प्रत्येक गरीब, किसान या जरूरतमंद को बिना किसी भेदभाव के शासन की योजना के साथ जोड़ा जाए।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं प्रशासनिक अधिकारियों से कहूंगा कि इन सभी कैटेगरी में आने वाले लोगों में अगर कोई पेंशन से वंचित रह गया है, तो पात्रता को देखते हुए उन्हें पेंशन की सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए। राशन कार्ड नहीं बन पाया है तो तत्काल राशन कार्ड बनाए जाएं। अगर उनके पास आवासीय सुविधा नहीं है, तो उन्हें तत्काल आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने की कार्रवाई भी प्राथमिकता के आधार पर करें। इससे वास्तव में शासन की योजना का लाभ समाज के अंतिम पायदान पर बैठे लोगों तक पहुंचने में देर नहीं लगेगी।