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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना को लेकर कैबिनेट मंत्रियों के साथ बैठक की
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास, लखनऊ पर कोविड-19 लॉकडाउन पर आगे की कार्यवाही सुनिश्चित करने हेतु कैबिनेट मंत्रियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ेगी तो हम, सभी मंत्रीगण फिर एक साथ बैठकर प्रदेश के 23 करोड़ लोगों के हित में जो भी आवश्यक कदम होंगे, उन कदमों को उठाएंगे। कोरोना वायरस के खिलाफ आदरणीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जिस लड़ाई को भारत लड़ रहा है, उस लड़ाई को हम सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने में अपना योगदान देंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी मंत्रियों से कहा गया है कि 15 अप्रैल से अपने कार्यालयों में बैठें, सामान्य कामकाज को निपटाएं, अपने प्रभारी जनपदों में केंद्र व प्रदेश सरकार की जो गरीब कल्याणकारी योजनाएं हैं, इनकी माॅनिटरिंग करने के साथ-साथ विभागीय कार्यों को करने की व्यवस्था करें।
विशेष सचिव स्तर के ऊपर के अधिकारी भी कार्यालय में आएंगे। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए मंत्रियों के साथ बैठकर प्रमुख सचिव व अन्य अधिकारीगण इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि किन कर्मचारियों को आना है, उसकी भी श्रेणी तय करेंगे।
इसको हम लोग तत्काल प्रभाव से लागू कर रहे हैं। लाॅकडाउन के बारे में आगे की कार्रवाई क्या होती है, इसके लिए भारत सरकार की जो गाइड लाइन आएगी, उसका अनुपालन हम लोग उत्तर प्रदेश में करेंगे कल प्रधानमंत्री जी ने कहा ‘जान भी’ जहान भी’। हम लोगों की जान को बचाएं, कोरोना वायरस के संक्रमण को तो हमें रोकना ही रोकना है लेकिन साथ ही सामान्य कार्यों को भी इस रूप में आगे बढ़ाने की कार्रवाई करनी है कि कहीं भी कोई समस्या न आने पाए। इस दृष्टि से हमने प्रदेश में तत्काल कुछ कमेटियां गठित की हैं, जो 15 तारीख के बाद से किस प्रकार की हमारी कार्रवाई होनी है, इसका ध्यान रखेंगी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमने, प्रदेश में रहने वाले 3 करोड़ 54 लाख से अधिक परिवारों को निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराने की व्यवस्था का प्रथम चरण संपन्न कर दिया है और 15 तारीख से पुनः हम इस कार्य को आगे बढ़ाने जा रहे हैं। प्रदेश में 20 लाख निर्माण श्रमिकों को एवं पटरी व्यवसाइयों, ठेला, खोमचा, कुली, पल्लेदार, रिक्शा, ई-रिक्शा चलाने वाले, विश्वकर्मा श्रम सम्मान से जुड़े 15 श्रेणियों के 15 लाख कामगारों को भी ₹1,000 का भरण-पोषण भत्ता देने की व्यवस्था हमारी सरकार ने की है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार की योजना में जो लोग छूट गए थे, उन्हें ₹50 लाख का बीमा कवर हम लोगों ने उपलब्ध करवाया है। पुलिस, होमगार्ड, सफाई कर्मियों को प्रदेश सरकार की ओर से कवर करने की व्यवस्था की गई है और सभी ने इसे बहुत अच्छे ढंग से स्वीकारा भी है।
कोरोना के उपचार के लिए इस पूरी व्यवस्था में ‘कोरोना योद्धा’ के रूप में केंद्र व प्रदेश के जो स्वास्थ्यकर्मी कार्य कर रहे हैं, भारत सरकार ने उन सभी कर्मियों को ₹50 लाख का बीमा कवर भी दिया है
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी मंत्रीगणों द्वारा इस बात की भी चर्चा की गई कि लाॅकडाउन के बाद आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने जो ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज’ की घोषणा की थी, उससे बहुत लोग लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने कहा कि उ.प्र. में 2 करोड़ 34 लाख किसानों को ₹2,000 सीधे उनके बैंक खातों में देने की व्यवस्था हुई तथा 3 करोड़ 46 लाख से अधिक जनधन खाताधारक महिला लाभार्थी इससे लाभान्वित हुईं, जिन्हें ₹500 उनके बैंक अकाउंट में उपलब्ध हुए हैं।
उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी की गाइडेंस पर भारत सरकार द्वारा जो भी गाइडलाइन लाॅकडाउन के संदर्भ में बनती है,उसका आगे भी हमें अनुपालन करना चाहिए। प्रदेश के 23 करोड़ लोगों के उत्तम स्वास्थ्य व सुरक्षित भविष्य के लिए यही सबसे उपयुक्त मार्ग है। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के बाद आज कैबिनेट स्तर के 19 मंत्रीगण यहां उपस्थित हुए थे। लाॅकडाउन के कारण बहुत से मंत्रीगण अपने क्षेत्रों या गृहजनपद में हैं, लेकिन जो यहां उपस्थित थे उनके साथ हमने चर्चा की है कि लाॅकडाउन के दौरान और लाॅकडाउन के बाद की स्थिति क्या होगी?