भाजपा शिवसेना को खत्म करना चाहती है : मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे

महाराष्ट्र में चल रहे सियासी संकट के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज एनसीपी नेता शरद पवार से मुलाकात की। मुलकात के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ANI से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस-NCP आज हमारा समर्थन कर रही है,शरद पवार और सोनिया गांधी ने हमारा समर्थन किया लेकिन हमारे ही लोगों ने हमारी पीठ में छुरा घोंपा।हमने ऐसे लोगों को टिकट दिया जो जीत नहीं सकते थे और हमने उन्हें विजयी बनाया। उन्हीं लोगों ने हमारी पीठ में छुरा घोंपा।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि कुछ दिन पहले मुझे शक हुआ तो मैंने एकनाथ शिंदे को फोन किया और कहा, शिवसेना को आगे ले जाने का अपना कर्तव्य निभाओ, ऐसा करना सही नहीं है। उन्होंने मुझसे कहा NCP-कांग्रेस हमें खत्म करने की कोशिश कर रही है और विधायक चाहते हैं कि हम BJP के साथ जाएं। मैंने उनसे कहा जो विधायक ये चाहते हैं उन्हें मेरे पास लाओ। भाजपा, जिसने हमारी पार्टी, मेरे परिवार को बदनाम किया, वही है जिसके साथ जाने की आप बात कर रहे हैं। ऐसा सवाल ही नहीं उठता। विधायक अगर वहां जाना चाहते हैं तो वे सभी जा सकते हैं। अगर कोई जाना चाहता है – चाहे वह विधायक हो या कोई और – आओ और हमें बताओ और फिर जाओ।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर आपको लगता है कि मैं बेकार हूं और पार्टी चलाने में असमर्थ हूं, तो मुझे बताएं। मैं खुद को पार्टी से अलग करने के लिए तैयार हूं। आपने अब तक मेरा सम्मान किया क्योंकि बालासाहेब ने ऐसा कहा था। अगर आप कहते हैं कि मैं अयोग्य हूं तो मैं अभी पार्टी छोड़ने को तैयार हूं। जब हिंदुत्व के नाम पर भाजपा और शिवसेना को अछूत माना जाता था और कोई भी भाजपा के साथ जाने को तैयार नहीं था, बालासाहेब ने कहा कि हिंदुत्व वोटों का विभाजन नहीं होना चाहिए।

हम भाजपा के साथ रहे और अब इसका खामियाजा भुगत रहे हैं। जिन्होंने हमें छोड़ दिया उनके पास भाजपा में जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। भाजपा सिर्फ एक चीज चाहती है- शिवसेना को खत्म करना। आप में कई लोगों को कुछ प्यार भरे और कुछ धमकी वाले फोन आ रहे होंगे। मैं कहता हूं,हर शेर को सवा शेर मिलता ही है। आपको शिवसेना में सवा शेर मिल जाएगा। शिवसेना तलवार की तरह है, म्यान में रखे तो जंग लगती है। यदि आप इसे बाहर निकालते हैं, तो यह चमकता है इसे चमकने का समय है .

बतादें कि महाराष्ट्र में राजनैतिक संकट बरकरार है। शिव सेना दो धड़ों में बंट चुकी है। एकनाथ शिंदे अपने समर्थक विधायकों के साथ असम के गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं तो वहीं महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री के सरकारी आवास को छोड़कर मातोश्री में रहने लगे हैं।