मुठभेड़ में मारा गया विकास दुबे जानिए क्या है पूरा मामला

मुठभेड़ में मारा गया विकास दुबे जानिए क्या है पूरा मामला

कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों के हत्यारे विकास दुबे को आज उत्तर प्रदेश पुलिस के एनकाउंटर मार गिराया पुलिस के मुताबिक जब पुलिस विकास दुबे को मध्य प्रदेश से कानपुर ला रही थी उस दौरान अचानक से गाय-भैंसों का एक झुंड भागता हुआ आया। उन्हें बचाने की कोशिश में चालक ने वाहन को मोड़ा जिससे वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया गा​ड़ी पलट गई। जिसके बाद विकास दुबे ने पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की, जिसमें हुई मुठभेड़ में वो मारा गया।

STF ने प्रेस नोट जारी कर कहा अचानक आया गाय-भैंसों झुंड जिसे बचाने बचाने की कोशिश में पलटी गाड़ी

मुठभेड़ में मारा गया विकास दुबे जानिए क्या है पूरा मामला

राहुल नाम के एक व्यक्ति ने कानपुर के चौबेपुर थाने में विकास के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया जिसके बाद वंहा की पुलिस टीम जांच के लिए बिकरू गांव पहुंची। जिसके बाद पुलिस टीम पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इसमें सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। चार पुलिसकर्मी घायल भी हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना में शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हुए मामले की पूरी रिपोर्ट तलब की है और बदमाशों को तुरंत पकड़ने के आदेश दिए हैं। साथ ही प्रत्येक शहीद परिवार को आर्थिक सहायता के रूप में 1 करोड़ रूपये सरकार की ओर देने की घोषणा की।

कानपुर की मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मी शहीद योगी आदित्यनाथ ने दी श्रद्धांजलि परिवार वालों को 1 करोड़ देने की घोषणा की

बिठूर एसओ कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि विकास और उसके 8, 10 साथियों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। घर के अंदर और छतों से गोलियां चलाई गईं। सूत्रों के मुताविक जिस तरीके से हमला हुआ, उससे आशंका है कि बदमाशों को पुलिस की दबिश की भनक मिल गई थी। जिस कारण उन्होंने तैयारी करके पुलिस पर हमला किया।

पुलिस ने बताया कि विकास दुबे खूंखार अपराधी है जिस पर 2003 में शिवली थाने में घुसकर तत्कालीन श्रम संविदा बोर्ड के चेयरमैन राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त भाजपा नेता संतोष शुक्ला की हत्या का आरोप लगा था। बाद में वह इस केस से बरी हो गया था। इसके अलावा विकास दुबे के खिलाफ उसी थाने में 60 केस दर्ज हैं।

पुलिस ने उसी के बुल्डोजर गिराया विकास दुबे का घर

जिसके बाद विकास दुबे के खिलाफ योगी सरकार ने बड़ी कार्यवाही की। पुलिस ने विकसदुबे के ही बुल्डोजर से उनके घर को जमींदोज कर दिया। साथ ही उसकी खड़ी लग्जरी कारों को भी तोड़ दिया दिया। साथ ही विकास दुबे के बारे में जानकारी देने पर 500000 का इनाम रख दिया था । विकास दुबे को ढूढ़ने में STF समेत पुलिस की 40 टीमें लगी हुई थीं। विकास के घर से पुलिस को 2 किलो विस्फोटक पदार्थ, 6 तमंचे,15 देशी बम, 25 कारतूस बरामद हुए थे।

अचानक कल सुबह विकास दुबे को मध्यप्रदेश पुलिस ने उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार करने के बाद मध्यप्रदेश पुलिस ने विकास दुबे को उत्तर प्रदेश STF सौंपा। उज्जैन के SP, मनोज कुमार सिंह बताया कि विकास दुबे ने पहले अपना नाम और आईडी गलत बताई। गंभीरता से पूछताछ करने पर उसने विकास दुबे नाम बताया।कंफर्म करने के लिए हमने यूपी SSP से संपर्क किया।वहां से फोटो मंगवाकर तफ्तीश की। हमने उसे यूपी STFकी टीम के हवाले कर दिया है। टीम उसे लेकर यूपी रवाना हो गई है। उन्होंने कहा कि सभी तथ्यों की जांच की जा रही है। हम लगातार यूपी पुलिस के संपर्क में हैं। जो भी सबूत हमें मिलेंगे हम उनके साथ साझा करेंगे।

विकास दुबे को मध्यप्रदेश पुलिस ने किया गिरफ्तार

जिसके बाद STF विकास दुबे को लेकर कानपुर के लिए रवाना होती है। रास्ते में कानपुर में रस्ते पर अचानक से गाय-भैंसों का एक झुंड भागता हुआ आया। उन्हें बचाने की कोशिश में गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गयी। जिसके बाद विकास दुबे ने पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की, जिसमें हुई मुठभेड़ में वो मारा गया।

मुठभेड़ में मारा गया विकास दुबे जानिए क्या है पूरा मामला

 

कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार ने बताया कि विकास दुबे को जब लाया जा रहा था तब गाड़ी पलट गई, इसमें जो पुलिसकर्मी घायल हुए उसने उनका पिस्टल छीनने की कोशिश की। पुलिस ने उसे चारों तरफ से घेर कर आत्मसमर्पण कराने की कोशिश की जिसमें उसने जवाबी फायरिंग की। आत्मरक्षा में पुलिस ने फायरिंग की। जिसमें उसे गोली लगी जिसके बाद विकास दुबे को अस्पताल ले गए अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया।

STF ने मुठभेड़ में विकास दुबे को मार गिराया जानिए पूरी खबर