अयोध्या के चारों ओर 125 किमी. तक के इलाके को आध्यात्मिक क्षेत्र बनाने के लिए कार्य योजना
विश्वकुंडलिनी जागरण संस्थान द्वारा अयोध्या के चारों ओर 125 किमी. तक के इलाके को आध्यात्मिक क्षेत्र बनाने के लिए कार्य योजना।
१. प्रत्येक ग्रामपंचायतों में आध्यात्मिक संस्कृति विश्तार शाखाओं और समितियों का गठन।
२. प्रत्येक ग्रामपंचायत में योगा केंद्र, संस्कार केंद्र, औषधिवाटिका, नवग्रह वाटिका सम्प्रदाय वाटिका की स्थापना करना।
३. प्रत्येक ग्रामपंचायत में नैतिक युवा पीढ़ी के निर्माण के लिए गीता , रामायण, सत्संग आयोजित करना.
४. युवाओं को आध्यात्म से जोड़ने के लिए गीता रामायण प्रतियोगिता आयोजित करना।
५. अवध क्षेत्र में प्राचीन नदियों के किनारे एवं अन्यत्र स्थित ऋंषियों के तपस्थानों देवस्थानों पुराने मंदिरों का जीर्णोंद्धार जान सहयोग करना।
६. प्रत्येक गांव के ग्राम देवी देवताओं के स्थानों के प्रति जान श्रद्धा जगाना और उन्हें जागृत करना।
७. इन सभी कार्यों को पूरा करने के लिए सत्संग, व्याख्यान, कथा, सेमिनार, कार्यशाला आदि काकार्यक्रमों का आयोजन करना
८. जनश्रद्धा और जान सहयोग जुटाने के लिए विभिन्न जन संगठनों के साथ तीर्थ यात्रायें, पदयात्राएं निकलना।
९ अवध क्षेत्र में संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शिक्षण केंद्रों की व्यवस्था बनाना.
१०. क्षेत्र में सामाजिक समरसता सांप्रदायिक एकता बनाने के लिए सभी धर्मों के त्योहारों को आध्यात्मिक तरीके से मानाने के लिए जान मानस तैयार करना।
११. सरकार द्वारा संचालित सभी लोककल्याणकारी कार्यक्रमों को जन जन तक पहुचाने में आध्यात्मिक संस्कृत विस्तार समितियों द्वारा सरकार द्वारा निर्धारित संचालित सभी लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों को जन जन तक पहुंचना।