जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति ने सभी को बधाई दी

हमारे देश में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है। हिन्दू धर्म में श्री कृष्ण को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। उनके जन्म की ख़ुशी में लोग व्रत रखते हैं। और रात्रि 12 बजे बड़ी धूम धाम जन्माष्टमी मनाते हैं। हर वर्ष की भाँति इस बार भी जन्माष्टमी का त्यौहार बड़ी धूम धाम के साथ मनाया जा रहा है। जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति ने सभी को बधाई दी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सभी देशवासियों को जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर अपनी शुभकामनाएं दी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक संदेश जारी कर देश के सभी निवासियों को जन्माष्टमी की बधाई दी है। उन्होंने कहा कि जन्माष्टमी का यह पर्व हमें अपने मन, वचन और कर्म में सदाचार के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करे। जबकि उपराष्ट्रपति कि मैं कामना करता हूं कि जन्माष्टमी का यह पर्व हमारे जीवन में शांति, सौहार्द और खुशियां लेकर आए।

जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति ने सभी को बधाई दी

सन्देश में राष्ट्रपति ने कहा, “जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर, मैं भारत और विदेशों में रहने वाले सभी नागरिकों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती हूं।भगवान कृष्ण के जीवन और शिक्षाओं में भलाई और नैतिकता का संदेश शामिल है। उन्होंने “निष्काम कर्म” की अवधारणा का प्रचार किया और लोगों को ‘धर्म’ के मार्ग के माध्यम से परम सत्य की प्राप्ति के बारे में बताया। मेरी भगवान से प्रार्थना है कि जन्माष्टमी का यह पर्व हमें अपने मन, वचन और कर्म में सदाचार के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करे।’’

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा “जन्माष्टमी के पावन अवसर पर मैं अपने देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में, जन्माष्टमी का भक्तों के लिए अत्यधिक आध्यात्मिक महत्व है। यह पर्व ‘अधर्म’ (बुराई) पर ‘धर्म’ (अच्छाई) की विजय के हमारे विश्वास को पुन: पुष्ट करता है। श्रीकृष्ण अलौकिक प्रेम, परम सौंदर्य और अनंत सुख (आनंद) के प्रतीक हैं। भगवद् गीता में उनके शाश्वत् उपदेश मानवता के लिए एक महान प्रेरणास्रोत रहे हैं। मैं कामना करता हूं कि जन्माष्टमी का यह पर्व हमारे जीवन में शांति, सौहार्द और खुशियां लेकर आए।“

 

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