मान्यता प्राप्त पत्रकार की गिरफ्तारी को लेकर रामसनेहीघाट पुलिस पर उठ रहे सवाल

बाराबंकी (भोलानाथ मिश्रा) जनपद के थाना रामसनेहीघाट की पुलिस प्रदेश की योगी सरकार की साख पर बट्टा लगा रही है। मामला ग्राम पहरुपुर का है जहाँ रास्ते को लेकर दो पक्षों मे कहासुनी हो गई जिसपर मौके पर पहुंची पुलिस ने बजाय मामले को सुलझाने के मान्यता प्राप्त पत्रकार नैमिश् मिश्रा को ही कोतवाली ले गए और 151 चालान कर दिया। हद तो तब हो गई जब पत्रकार के पिता कोतवाली पहुंचे तो उनके साथ भी अभद्रता की गई और यह कहकर भगा दिया कि चले जाओ वरना तुमको भी जेल भेज देंगे। मामले के संबंध मे जब थानाध्यक्ष रामसनेहीघाट से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन तक नही उठाया। ऐसे मे सवाल ये उठता है की पुलिस का पत्रकारों के प्रति यह रवैय्या कितना सही है जहाँ एक तरफ प्रदेश सरकार पत्रकारों को सुरक्षा एवं विशेष संम्मान् देने तथा पुलिस के द्वारा अच्छा व्यवहार करने हेतु आदेशित किया गया है वहीं एक पत्रकार को पुलिस द्वारा इस प्रकार अपमानित करना सरकार की साख पर बट्टा लगा रहा है। चौथा स्तंभ माने जाने वाली मीडिया के एक प्रधान संपादक व उनके पिता के साथ कथित तौर पर पुलिस के द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाना भी एक सवाल खड़ा करता है । संपादक के बड़े भाई का मानसिक संतुलन ठीक ना होने के बावजूद भी रामसनेहीघाट पुलिस उसे कालर पकड़ कर कोतवाली खींच कर लाना भी एक सवाल पुलिस पर खड़ा करता है । एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी पत्रकारों की सुरक्षा हेतु नए नए नियमों का गठन करती है । तो दूसरी ओर इस प्रकार से पत्रकारों के साथ हो रही घटना के पीछे किसी बड़े नेता के होने की संभावना व्यक्त हो रही है । फिलहाल इस मामले में देखना यह है कि मुख्यमंत्री महोदय व जिले के जिलाधिकारी महोदय इस पर क्या कार्रवाई करते हैं

बतादें की यह मामला बाद में थाना समाधान दिवस में आया जंहा पर तहसील मुख्यालय से जुड़ी कोतवाली प्रांगण में आयोजित थाना समाधान दिवस में रास्ते के विवाद में अन्य लोगों के साथ एक मान्यता प्राप्त पत्रकार को भी मौका पाकर बेइज्जत कर हवालात में ठूंस दिया गया।बाद में पक्षकार के रूप में गिरफ्तार कर उपजिलाधिकारी की अदालत पर चालन भेज दिया गया जहां पर दोनों पक्षों को सशर्त जमानत दी गई है कि दोनों पक्ष मिल बैठकर समस्या का समाधान कर विवाद का निस्तारण तत्काल कर लेगें।

बतादें कि उपजिलाधिकारी बिजय कुमार त्रिवेदी की अध्यक्षता एवं क्षेत्राधिकारी रघुबीर सिंह की मौजूदगी में आयोजित थाना समाधान दिवस में अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार पाण्डेय ने भी सहभागिता करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।अपर पुलिस अधीक्षक के आने के पहले कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम पहरूपुर निवासी एक महिला रास्ते के विवाद को लेकर उपजिलाधिकारी एवं क्षेत्राधिकारी के समक्ष पेश हुई।उसकी समस्या के त्वरित निदान हेतु एक संयुक्त टीम का गठन किया गया। संयुक्त टीम ने समस्या समाधान न होने पर दोनों पक्षों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए गए लोगों में एक नाम मान्यता प्राप्त पत्रकार नैमिष कुमार मिश्र हैं जो विवादित पक्ष से जुड़े हुए हैं और वहीं के रहने वाले हैं। संयुक्त टीम में हथौंधा पुलिस चौकी प्रभारी पुलिस की अगुवाई कर रहे थे जिनका विवाद कुछ दिनों पहले उनसे एवं सम्पादक बड़े भाई से छज्जे के मामले में हो चुका है जिसकी शिकायत भी की जा चुकी है।