उत्तर प्रदेश में कोरोना कुल 7071 मामले 4062 लोग हुए ठीक जबकि 189 लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अबतक कोरोना कुल 7071 मामले सामने आये हैं। पिछले 24 घंटों में 246 नए मामले सामने आए हैं। इस समय प्रदेश में 2820 एक्टिव केस है और 4062 डिस्चार्ज हो चुके हैं। कोरोना वायरस से प्रदेश में अबतक 189 मौतें हुई हैं। कल, कुल 649 पूल टेस्ट किए गए, जिसमें से 567 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 82 पूल 10-10 सैम्पल के थे।

उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 94,856 निगरानी समितियों के माध्यम से 74,47,339 घरों में रह रहे 3,74,46,942 लोगों से सम्पर्क किया गया है। हॉटस्पॉट और नॉन हॉटस्पॉट एरिया में कंटेनमेंट के लिए सर्विलांस का काम किया जाता है और सर्विलांस कार्य के अंतर्गत अब तक 12625 इलाकों में जिसमें 3278 हॉटस्पॉट और 9347 नॉन हॉटस्पॉट एरिया में सर्विलांस का काम हुआ है।

उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 10,08,531 कामगारों/श्रमिकों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया, इनमें 956 लोगों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं। आरोग्य सेतु अलर्ट जनरेट होने पर लोगों को कन्ट्रोल रूम से काॅल किया जा रहा है। अब तक कुल 38,054 लोगों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गई है।

उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि अब तक विभिन्न राज्यों से यूपी में 1411 ट्रेनें आ चुकी हैं और 19लाख15 हज़ार लोग अब तक यहां आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि देश में सबसे अधिक कामगार उत्तर प्रदेश में आए हैं। प्रदेश में अब तक 1,551 ट्रेनों से लगभग 21.59 लाख से अधिक कामगारों एवं श्रमिकों को लाए जाने की व्यवस्था की गई है।

अवनीश अवस्थी ने कहा कि गोरखपुर में अब तक 234 ट्रेनों से 2,99,861 कामगार एवं श्रमिक आए हैं। लखनऊ में 94 ट्रेनों के माध्यम से 1,22,179 लोग आए हैं। उन्होंने कहा कि सभी जनपदों के जिलाधिकारियों द्वारा सम्बंधित जनपदों में ट्रेनों से आ रहे कामगारों/श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कराकर उनको, उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है।

अवनीश अवस्थी ने बताया कि इटावा मेें 01, मानिकपुर (चित्रकूट) में 01, एटा में 01, जालौन में 02, रामपुर में 01, शाहजहांपुर में 01, अलीगढ़ में 06, भदोही में 02, मिर्जापुर में 10 , आजमगढ़ में 35, कन्नौज में 03, गाजीपुर में 31, बांदा में 16, सुल्तानपुर में 23, बाराबंकी में 12, सोनभद्र में 03, अम्बेडकरनगर में 23, हरदोई में 19, वाराणसी में 100, आगरा में 10, कानपुर में 17, जौनपुर में 110, बरेली में 12, बलिया में 66, प्रयागराज में 61, रायबरेली में 21, प्रतापगढ़ में 68, देवरिया में 93, सहारनपुर में 04, चित्रकूट में 03, पीलीभीत में 01, बलरामपुर में 19, मुजफ्फरनगर में 01, झांसी में 05, सीतापुर में 10, फतेहपुर में 08, फर्रूखाबाद में 02, कासगंज में 09, चंदौली में 13 ट्रेनें आ चुकी हैं।

इसके साथ ही तेलंगाना से 23, कर्नाटक से 53, केरल से 11, आन्ध्र प्रदेश से 10, तमिलनाडु से 30, मध्य प्रदेश से 02, राजस्थान से 35, गोवा से 18 ट्रेनों के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कामगारों/श्रमिकों को पहुंचाया गया है। प्रदेश में गुजरात से 490 ट्रेनों द्वारा 7,12,678 लोग, महाराष्ट्र से 327 ट्रेनों द्वारा 4,55,005 लोग, पंजाब से 228 ट्रेनों द्वारा 2,67,383 कामगार/श्रमिक आये हैं।

अवनीश अवस्थी ने बताया कि सरकार समस्त श्रमिकों/कामगारों के लिए सुरक्षित यात्रा हेतु पर्याप्त निःशुल्क बसों एवं ट्रेनों की व्यवस्था कर रही है। 01 जून से भारतीय रेलवे द्वारा यात्रा प्रारम्भ की जा रही है, उसमें आने वाले यात्रियों का आज प्रोटोकाॅल जारी होगा। प्रदेश में कहीं भी, किसी भी जनपद में कोई पैदल यात्रा न करे। कामगार/श्रमिक स्वयं तथा अपने परिवार को जोखिम में डालकर पैदल अथवा अवैध व असुरक्षित वाहन से घर के लिए यात्रा न करें।

अवनीश अवस्थी ने बताया कि हाॅटस्पाट क्षेत्रों को छोड़कर वर्तमान में लघु, मध्यम एवं वृहद श्रेणी की 2,82,930 एवं सूक्ष्म श्रेणी की 75,960 औद्योगिक इकाइयों को प्रदेश में क्रियाशील कर दिया गया है। 27 चीनी मिलें अभी क्रियाशील हैं। चालू वर्ष में 124.63 लाख टन चीनी का उत्पादन किया जा चुका है। जिसमें लगभग 25.91 लाख श्रमिक कार्यरत हैं। वर्तमान पेराई सत्र 2019-20 में संचालित कुल 119 चीनी मिलों में से 92 चीनी मिल मिलें आवंटित क्षेत्र के समस्त गन्ने की पेराई कर चुकी हैं।

अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में संचालित 50,894 जन सुविधा केन्द्रों में 1,01,788 व्यक्ति कार्यरत हैं। प्रदेश में अब तक 33.09 लाख निराश्रित व्यक्तियों को ₹1,000 प्रति व्यक्ति के हिसाब से कुल ₹330.88 करोड़ का भुगतान किया गया है। वर्तमान सत्र में ₹19,173.43 करोड़ के गन्ना मूल्य का भुगतान किया जा चुका है। चीनी उद्योग के माध्यम से 60 हजार श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध हो गया है।