कलयुग का कल्पवृक्ष श्री हनुमान चालीसा

कलयुग का कल्पवृक्ष श्री हनुमान चालीसा

कहा जाता है कि देवराज इंद्र के यंहा कोई वृक्ष है जिसके नीचे बैठकर जो भी कल्पनाएं करते हैं वे उन लोगों को तुरंत उपलब्ध हो जाती हैं। कल्पवृक्ष यह नहीं देखता कि यह कल्पना करने वाला छोटा, बड़ा, अमीर, गरीब, पवित्र, अपवित्र कैसा है। कल्पना करते ही वह साकार होने लगती है। ठीक इसी प्रकार श्री हनुमान चालीसा के पाठ की साधना करने वाला जिस किसी कामना को लेकर चालीसा का पाठ करने लगता…

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प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के साबरकांठा में साबर डेयरी में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया

प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के साबरकांठा में साबर डेयरी में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गुजरात के साबरकांठा में गढ़ोदा चौकी के निकट साबर डेयरी में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं से स्थानीय किसानों और दूध उत्पादकों को सशक्त बनाया जाएगा और उनकी आय में वृद्धि होगी। इससे क्षेत्र की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री ने सुकन्या समृद्धि योजना के लाभार्थियों और शीर्ष महिला दुग्ध उत्पादकों को सम्मानित किया। इस अवसर पर गुजरात…

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श्री हनुमान चालीसा

श्री हनुमान चालीसा

॥ श्री हनुमान चालीसा ॥ श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि । बरनउँ रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि ॥ बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार । बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार ॥ जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा । अंजनि पुत्र पवनसुत नामा ॥ महाबीर बिक्रम बजरंगी । कुमति निवार सुमति के संगी ॥ कंचन बरन बिराज सुबेसा…

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हनुमान चालीसा घोर तांत्रिक

हनुमान चालीसा घोर तांत्रिक

हनुमान चालीसा घोर तांत्रिक किन्तु तंत्र के प्रतिबंधों से मुक्त है। गोस्वामी तुलसीदास जी ने श्री हनुमान चालीसा की रचना उस समय की जिस समय वे अकबर के कारगर में बंद थे। उस समय पूजा करना या कोई उपचार संभव नहीं था। कोई बड़ी रचना भी नही लिखी जा सकती थी। जो भी उपचार करें उसका ही अनुशरण करके आगे सभी लोग लाभान्वित हों इसके लिए कम साधन समय में कोई उपचार हो ऐसा उपाय…

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हनुमान चालीसा में संकट मिटने का मूल सिद्धांत

हनुमान चालीसा में संकट मिटने का मूल सिद्धांत

हनुमान चालीसा में संकट मिटने का मूल सिद्धांत है . मनुष्य के ऊपर संकट आने का मूल कारण उसके द्वारा किये गए पूर्व जन्म अथवा इस जन्म के पाप हैं। उनका समन या तो संकट भोगकर अथवा उसके अनुरूप तप करके ही मिटाया जा सकता है। श्री हनुमान जी भी संकट से उसे ही मुक्त करते हैं जो उस सिद्धांत का पालन करता है। “संकट तै हनुमान छुडावै । मन क्रम बचन ध्यान जो लावै”…

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सदबुद्धि की कथा है हनुमान चालीसा

सदबुद्धि की कथा है हनुमान चालीसा

कारगार में पड़े पड़े तुलसीदास जी सोचने लगे कि संकट में मनुष्य का साथी कौन होता है। तब हनुमान जी ने उन्हें सुझाया कि संकट में मनुष्य की सदबुद्धि ही मनुष्य की साथी होती है। क्योंकि यदि सदबुद्धि नहीं होगी तो मनुष्य में दुर्बुद्धि होगी और “जंहा कुमति तंहा विपत्ति निधाना” . कुमति आने से भगवान का भजन छूट जाता है। भगवान का चिंतन भजन छूटना बड़ी विपत्ति को आमंत्रित करता है। “कह हनुमंत विपत्ति…

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श्री हनुमान चालीसा का अनुष्ठान श्री हनुमत साधना का सबसे चमत्कारी तांत्रिक प्रयोग

श्री हनुमान चालीसा का अनुष्ठान श्री हनुमत साधना का सबसे चमत्कारी तांत्रिक प्रयोग

श्री हनुमान चालीसा का अनुष्ठान श्री हनुमत साधना का सबसे चमत्कारी तांत्रिक प्रयोग है। श्री रामचरित मानस की रचना अकबर के समय में हुई। इस महाग्रंथ की प्रसंशा जब सम्राट अकबर ने सुनी तो उसने गोस्वामी तुलसीदास जी को बुलवाया। गोस्वामी जी से कहा कि आप इसी प्रकार का ग्रन्थ मेरे बारे में लिखें। इस पर वे सहमत नहीं हुए। बहुत कहने पर भी नहीं माने तो उसने उन्हें कैद कर लिया। अब वे सोचने…

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कार्य की समृद्ध फसल (कर्म)

कार्य की समृद्ध फसल (कर्म)

मानव जीवन एक ऐसा क्षेत्र है, जहां कर्म बोए जाते हैं और उनके अच्छे या बुरे फल काटे जाते हैं। जो अच्छे कर्म करता है, उसे अच्छा फल मिलता है। बुरे कर्म करने वाले को बुरे फल मिलते हैं। यह कहा जाता है। “जो आम बोएगा, वह आम खाएगा, जो बबूल बोएगा, उसे काँटे मिलेंगे।” जिस प्रकार बबूल की बुवाई से आम प्राप्त करना प्रकृति में संभव नहीं है, उसी प्रकार बुराइयों के बीज बोने…

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उपराष्ट्रपति ने कहा पूर्वोत्‍‍तर यात्रियों के लिए स्वर्ग है

उपराष्ट्रपति ने कहा पूर्वोत्‍‍तर यात्रियों के लिए स्वर्ग है

उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने आज लोगों से घरेलू पर्यटन को प्राथमिकता देने और विदेश यात्रा करने की इच्छा करने से पहले देश के सभी हिस्सों को खोजने का आह्वान किया। पूर्वोत्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल देते हुए, वेंकैया नायडु ने कहा,” लोगों के लगातार एक-दूसरे के यहां आने-जाने और बातचीत से हमारे राष्ट्र की एकता और अखंडता मजबूत हो सकती है।” उपराष्ट्रपति अभियान- ‘नॉर्थ ईस्ट ऑन व्हील्स’ के प्रतिभागियों…

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कारगिल विजय दिवस के मौके पर राष्ट्रपति प्रधानमंत्री समेत इन नेताओं ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि

कारगिल विजय दिवस के मौके पर राष्ट्रपति प्रधानमंत्री समेत इन नेताओं ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि

पूरे देश में आज का दिन कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। आज सुबह से ही लोग कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कारगिल विजय दिवस पर कारगिल में देश की रक्षा के लिए समर्पित सभी वीर योद्धाओं को उनके साहस और सर्वोच्च बलिदान के लिए श्रद्धांजलि दी है। इसके अलावां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कारगिल विजय दिवस पर…

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